माता रानी का दरबार, नवरात्रि 2015 |
शारदीय नवरात्रे यानि माता रानी से मिलने का मौका, वैसे तो माँ सदा बेटे के पास ही होती है पर ये 9 दिन कुछ ख़ास होते है, सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक बस माता रानी ही दिलो दिमाग पर छायी रहती है।
आज सुबह जल्दी उठा और तैयारी शुरू करदी माता के आगमन की, अरे भाई माता रानी आने वाली है तो सब कुछ उनके स्वागत में तैयार तो करना ही है, वैसे तो तैयारी रविवार को शुरू हो गयी थी, जो आवश्यक चीजे है पूजा पाठ के लिए उनकी खरीददारी तो पहले ही कर ली थी, तो आज का काम रह गया था माता के लिए आसान सजाना और पूजा की शुरुआत करना।
तो उठते ही तैयारी शुरू, स्नान करने के पश्चात माता का कमरा सजा कर, पोंछा लगा दिया एक काम तो हुआ, अब पूजा के लिए फल एक एक को धोकर शुद्ध करना, फिर अखंड ज्योत का दीपक, कलश, नारियल व् अन्य सामग्री को एक एक कर रखना, अब बचा दूब और पुष्प तोड़कर लाना, रात से ही बारिश हो रही थी पर माँ आ रही है तो बारिश की क्या परवाह, उलटे मन में विचार आया वाह माता रानी दूब और पुष्प तो आप बारिश से धो रही है, तो जल्दी से सीढ़ियों से निचे उतरा कुछ दूर चलने पर गुलाब का पेड़ था और उससे थोड़ी आगे दूब एक एक तार चुनकर फिर फूल लिए और वापस घर की तरफ रवानगी।
और अब शुरू हुआ माँ का आवाहन, अब पूजन करना है तो सर्वप्रथम प्रथम पूजित विघ्न विनाशक गणेशजी महाराज को तो बुलाना ही था तो सर्वप्रथम गणेशजी का आवाहन कर आसान ग्रहण करने की प्रार्थना की और फिर माता रानी का आवाहन एक अजीब सी उमंग और उत्साह था, चेहरे पर मुस्कान तो ह्रदय माँ से मिलने के लिए भाव विभोर माता की तस्वीर को देखते ही फिर चेहरे पर मुस्कान दौड़ पड़ती और फिर बड़े प्यार से माँ को आसान ग्रहण करवाकर जैसे मुझे आती है वैसे पूजा शुरू की।
दिल बहुत खुश है, माँ घर में विराजमान है अब काम पर जाने से पहले रोज माँ को बोलकर जाना माँ मैं जा रहा हूँ और काम पर से आते ही हाथ मुहं धोकर सीधे माँ के दरबार में जाकर बोलना माँ मैं आ गया हूँ, इस सबमे कुछ और ही आनंद की अनुभूति होते है जो शब्दों के जरिये कहना बहुत मुश्किल है।
बस मन कर रहा था आप सबके साथ मेरा ये दिन साँझा करने का तो लिख दिया।
माता रानी अपने सभी बेटो की उनके हित में सभी मुरादे पूरी करे और हमे जीवन की कठिनाइयों से पार होने के लिए शक्ति प्रदान करे, इन्ही शुभ कामनाओ के साथ सभी आगंतुकों को नवरात्री की हार्दिक शुभकामनाये।
जय माता दी॥
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