Sunday, October 13, 2019

प्रधानमंत्री द्वारा जनता के पैसो की बर्बादी - Publicity Stunt



प्रधानमंत्री मोदीजी ने आज तमिलनाडु में समुद्र किनारे से कचरा साफ किया इस पर मेरे विचार
ये प्रधानमंत्री मोदी के अनेको पब्लिसिटी स्टंट (खुद के प्रचार) में से एक है इसके अलावा कुछ नहीं है, जनता के पैसो की बर्बादी, केवल खुद को पूरे दिन टीवी पर दिखाने के लिए।

एक प्रधानमंत्री का काम कचरा उठाना नहीं होता है बल्कि ऐसे कानून बनाना होता है जिनसे कचरा फैले ही ना, लेकिन ऐसा करने से उनका वीडियो फोटो टीवी पर नहीं आती।

जनता के पैसे की बर्बादी:  जब प्रधानमंत्री कहीं भी जाते है, ठहरते है तो उस जगह और उसके आस पास के इलाके की पूरी तरह से चेकिंग की जाती है जिसमे पूरा प्रशासन और हजारों कर्मचारी लगे होते है, तभी आपने देखा होगा ना तो उस वीडियो में दूर दूर तक कही कोई व्यक्ति दिखाई दे रहा था और ना ही समुद्र के अन्दर कोई जहाज या व्यक्ति था क्योंकि वो जगह पहले खाली करवाई जाती है फिर उसकी हजारों कर्मचारियों द्वारा पूरी जांच होती है, सिक्युरिटी आदि की। कुछ भी संदिग्ध वस्तु/कचरा दिखाई देता है उसे हटाया जाता है उसके बाद प्रधानमंत्री उस जगह पर जा स

PM Narendra Modi: Plogging at a beach in Mamallapura
अब ये पब्लिसिटी स्टंट करवाना था तो सारी जाँच होने के बाद वहाँ पर ये दो चार पेपर प्लास्टिक आदि (जिनकी पहले से जांच की गई होगी) वहां पर डाले जाते है और फिर प्रधानमंत्री जी कैमरे के साथ वहाँ पर जाते है, उसकी फिल्म बनवाते है, कैमरामेन भी एक्सपर्ट होता है कभी वो उसमे मोदी का हाथ दिखाता है कभी ज़ूम करके कचरे की थैली और फिर अंत में कचरा जिस व्यक्ति को दिया जाता है उसे बोलते हुए वो शब्द, इतना ही नहीं शूटिंग होने के बाद पूरी फिल्म की एडिटिंग होती है कौनसा सीन रखना है कौनसा हटाना है आदि। किसलिए इतनी सब नौटंकी? क्या देश का पैसा अपने इन फिजूल के प्रचार प्रसार में खर्च किया जा रहा है?


तो मेरी नजर में प्रधानमंत्री मोदी यदि आज ये कचरा उठाने का इवेंट ना करते तो देश की जनता की गाढ़ी मेहनत की कमाई के करोडो रूपये और हजारों कर्मचारियों को जो इस इवेंट में शामिल किया गया उससे बचा जा सकता था

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