पता नहीं क्यों मुझे नहीं लगता की आज कीर्ति आजाद अरुण जेटली को DDCA के घोटालो में एक्सपोज़ करेगा।
जिस तरह है भाजपा कीर्ति आजाद पर सॉफ्ट कार्नर बनाये हुए है उसे देखकर तो ये लगता है की आज कीर्ति आजाद इस पूरे मामले को एक नया मोड़ देंगे।
हाँ वो DDCA के भ्रष्टाचार पर बात जरूर करेंगे, कुछ लोगो को उसमे घेरेंगे भी पर किसी ना किसी तरह वो भी शायद आज अरुण जेटली को क्लीन चीट दे ही देंगे।
यदि ऐसा नहीं होता तो अब तक भाजपा नेता कीर्ति आजाद के खिलाफ मोर्चा खोल चुके होते, अब तक तो वो कीर्ति आजाद पर हजारो मन गढंत आरोप लगा चुके होते।
जैसा की अब तक भाजपा करती आई है, यदि कोई भी उनके भीतर से पार्टी के खिलाफ या किसी बड़े नेता के खिलाफ आवाज उठाता है तो तुरंत भाजपा का एक वर्ग उस पर हमला बोल देता है, या उसके किसी अन्य पार्टी से लेकर समबन्धों को उजागर करने लग जाते है।
ना तो भाजपा का सोशल मीडिया कीर्ति आजाद पर कोई हमला बोल रहा है, और ना ही पार्टी के प्रवक्ता या नेता उन पर किसी तरह के आरोप प्रत्यारोप कर रहे है।
इन सबको लेकर तो यही लगता है की कहीं ना कहीं सारा मामला सेट है, आज कीर्ति आजाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस और अरुण जेटली को फाइनली क्लीन चिट, क्योंकि आखिर पिछले कई वर्षो से कीर्ति आजाद DDCA के घोटालो पर लगातार बोल रहे है तो यदि उनसे जेटली जी को क्लीन चिट दिलवा दी जाए तो वो सबसे बड़ी क्लीन चिट होगी, और जहां तक मुझे लगता है भाजपा की यही रणनीति होगी जिससे वो इस मुद्दे को लेकर जिन्होंने भी अरुण जेटली को घेरा है उन पर हमला कर सके और जेटली को पाक साफ़ घोषित किया जा सके।
चलो देखते है क्या होता है, थोड़ी ही देर में PC शुरू होने वाली है।
मैं भी आपके साथ यही बैठा हूँ देखने के लिए क्या होता है आज की PC में, क्या कीर्ति आजाद अरुण जेटली को बचा ले जाएंगे या उन पर भ्रष्टाचार के आरोप को मजबूती प्रदान करेंगे
जय हिन्द
जिस तरह है भाजपा कीर्ति आजाद पर सॉफ्ट कार्नर बनाये हुए है उसे देखकर तो ये लगता है की आज कीर्ति आजाद इस पूरे मामले को एक नया मोड़ देंगे।
हाँ वो DDCA के भ्रष्टाचार पर बात जरूर करेंगे, कुछ लोगो को उसमे घेरेंगे भी पर किसी ना किसी तरह वो भी शायद आज अरुण जेटली को क्लीन चीट दे ही देंगे।
यदि ऐसा नहीं होता तो अब तक भाजपा नेता कीर्ति आजाद के खिलाफ मोर्चा खोल चुके होते, अब तक तो वो कीर्ति आजाद पर हजारो मन गढंत आरोप लगा चुके होते।
जैसा की अब तक भाजपा करती आई है, यदि कोई भी उनके भीतर से पार्टी के खिलाफ या किसी बड़े नेता के खिलाफ आवाज उठाता है तो तुरंत भाजपा का एक वर्ग उस पर हमला बोल देता है, या उसके किसी अन्य पार्टी से लेकर समबन्धों को उजागर करने लग जाते है।
ना तो भाजपा का सोशल मीडिया कीर्ति आजाद पर कोई हमला बोल रहा है, और ना ही पार्टी के प्रवक्ता या नेता उन पर किसी तरह के आरोप प्रत्यारोप कर रहे है।
इन सबको लेकर तो यही लगता है की कहीं ना कहीं सारा मामला सेट है, आज कीर्ति आजाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस और अरुण जेटली को फाइनली क्लीन चिट, क्योंकि आखिर पिछले कई वर्षो से कीर्ति आजाद DDCA के घोटालो पर लगातार बोल रहे है तो यदि उनसे जेटली जी को क्लीन चिट दिलवा दी जाए तो वो सबसे बड़ी क्लीन चिट होगी, और जहां तक मुझे लगता है भाजपा की यही रणनीति होगी जिससे वो इस मुद्दे को लेकर जिन्होंने भी अरुण जेटली को घेरा है उन पर हमला कर सके और जेटली को पाक साफ़ घोषित किया जा सके।
चलो देखते है क्या होता है, थोड़ी ही देर में PC शुरू होने वाली है।
मैं भी आपके साथ यही बैठा हूँ देखने के लिए क्या होता है आज की PC में, क्या कीर्ति आजाद अरुण जेटली को बचा ले जाएंगे या उन पर भ्रष्टाचार के आरोप को मजबूती प्रदान करेंगे
जय हिन्द
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