Sunday, March 27, 2016

क्या गजब की देशभक्ति है मोदीजी में Pathankot attack

क्या आपने कभी सुना है की एक किसी ने किसी के परिवार के लोगो की ह्त्या करदी हो और फिर पीड़ित परिवार शिकायत करे की फलां आदमी ने मारा है और इनके इस आरोप पर वो फलां आदमी कहता है ठीक है मैं आपके घर में आऊंगा आपके घर का मौका मुआवना करूँगा और आपके लोगो से पूछताछ करूँगा की सच में मैंने ही मारा है क्या?

जोर लगाइए अपनी याद्दाश्त पर क्या कभी ऐसे कोई घटना सुनी है? जिसमे मुजरिम ही जांच करने आयेगा और फिर रिपोर्ट पेश  करेगा की सच में वो मुजरिम है या नहीं।
क्या अपेक्षा रखते है आप यदि ऐसा होता है तो? क्या वो मुजरिम ये स्वीकार करेगा की हाँ साहब मैं ही अपराधी हूँ?

आप कहेंगे पागल हो गए हो कैसे एक अपराधी/मुजरिम को आप अनुमति दे सकते है की वो जांच करे और फिर बताये की सच में वो मुजरिम है या नहीं? भला वो अपने आप को क्यों मुजरिम करार देगा, जब जांच ही उसके हाथ में है तो वो क्या मुर्ख है जो खुद को मुजरिम करार दे देगा, उलटे आपने से उसे पूरा अधिकार दे दिया है की वो खुद को बेगुनाह कह सकता है। ऐसा तो कोई पागल ही करेगा।

बिलकुल ठीक कह रहे है आप

पठानकोट तो सबको याद होगा
आखिर कैसे भूल सकते है हमारे 7 जवान शहीद हो गए, 5 दिन से भी अधिक पठानकोट ऑपरेशन चला और 7 जवानों के बलिदान के बाद भारत माँ के लाडलो ने आंतकियों को मार गिराया। केंद्र सरकार/रक्षा मंत्री/गृहमंत्री के वो जल्दबाजी में दिए गए बयान जिसमे उन्होंने पठानकोट ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाने की घोषणा करदी दी थी जबकि असल में हमारे जवान अभी भी दुश्मनो(आतंकियों) से लड़ रहे है, पता नहीं किस आधार पर उन्होंने ये घोषणा की होगी, वो इस घटना की सच में जानकारी रख भी रहे थे या नहीं? (विस्तृत समाचार..... )
भारत में इस पूरे आतंकी हमले के सबूत पाकिस्तान को दे दिए की वो दोषी है, आतंकवादी पाकिस्तानी थे, और जैसा की सदा से होता आया है पाकिस्तान ने तुरंत इसे नकार दिया की सबूत पर्याप्त नहीं है, पाकिस्तान का कोई लेना देना नहीं है।

और आज (27/03/2016) पाकिस्तान की एक जांच टीम भारत पहुँच गयी है ये जांच करने की उन्होंने हमला किया था नहीं, हंसी आती है कैसे मोदी सरकार ने पाकिस्तान के आगे झुककर ये स्वीकार कर लिया की आइये आप अपने बेगुनाह होने के सबूत तलाशिए हमारे देश में? आखिर ये कौनसी देशभक्ति है? कल तक जिस पाकिस्तान से बात भी करने पर कांग्रेस सरकार को दुत्कारते थे, लव लेटर लिखना बंद करो, उनको उन्ही की भाषा में जवाब दो, एक के बदले दस सर लेकर आओ आदि आदि स्लोगन देने वाे लोग आज सत्ता में आते ही कैसे पाकिस्तान के सामने झुकते नजर आ रहे है?

अब पाकिस्तानी टीम पठानकोट को मौका मुआयना करेगी, हमारे है अधिकारियों से अपराधियों की भाँती पूछताछ करेगी? क्या सोच रहा होगा  हमारा वो जवान जो अपने देश हमारी भारत माँ की आन बान शान में अपनी जान की बाजी भी लगा देने को तैयार रहता है आज मोदी सरकार ने उसे भी पाकिस्तानी जांच एजेंसी के हवाले कर दिया है? कैसा महसूस करेगा वो सैनिक जब दुश्मन उससे पूछताछ करेगा और अपने पक्ष में सबूत जुटाएगा और रिपोर्ट में पेश करेगा की वो बेगुनाह है। (विस्तृत समाचार........)

बहुत खूब मोदीजी आपने देश को ये दिन भी दिखाये की हमारे ही दुश्मन हमारे देश में आकर हमारे ही सैनिकों से पूछताछ करेंगे एक अपराधी की भांति।

काश चुनावी रैलियों में जो मोदीजी गरजते थे वही मोदीजी इस देश के प्रधानमंत्री होते तो आज देश को ये दिन देखने नहीं पड़ते।

कोई लौटा दो वो चुनावी रैलियों वाला मोदी जो पाकिस्तान को उसकी की भाषा में जवाब देने की क्षमता रखता है।

जय हिन्द
वन्दे मातरम
भारत माता की जय

Sunday, March 13, 2016

क्या सच में अब आम आदमी पार्टी बदल गयी है?

 एक बार फिर कुछ दिनों से आम आदमी पार्टी के समर्थक, वॉलिटियर्स पार्टी के खिलाफ बोल रहे है और  मुद्दा है "यमुना"।

यमुना किनारे हो रहे श्री श्री रविशंकर के आर्ट ऑफ़ लिविंग का विश्व स्तरीय आयोजन।

सभी आरोप लगा रहे है की अरविन्द केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने इसका विरोध क्यों नहीं किया? उन्होंने क्यों इन सबसे समझोता कर लिया? तो क्या अब अरविन्द बदल गया है? बहुत से सवाल है और कई बार इन सवालों का जवाब किसी के पास नहीं होता है या यो कहे जवाब हमे खुद ही तलाशना होता है। अरविंदजी और आम आदमी पार्टी को तो हमने कटघरे में खड़ा कर ही दिया है तो अब वो तो आरोपी हो गए और इसके उत्तर में वो केवल जवाब ही दे सकते है और जो भी जवाब देंगे उसी जवाब से फिर नए सवाल खड़े होंगे और इसी तरह हम और ज्यादा उलझते जाएंगे। सवाल का जवाब ही नया सवाल बन जाएगा अतः कई बार ऐसे सवालों को नजर अंदाज भी करना जरुरी हो जाता है और इस परिस्तिथि में विशेष रूप से क्योंकि आप केवल उसका विरोध ही कर सकते थे उसे रोक नहीं पाते किसी भी हालत में। जब सीधे सीधे केंद्र सरकार और मोदीजी इसमें सरकारी पैसा, सरकारी संसाधन, हमारी सेना जो दुश्मनो से हमारी रक्षा करती है उसे भी श्री श्री रविशंकर की खिदमत में मोदीजी ने लगा दिया तो आप समझ सकते है अरविन्द केजरीवाल के विरोध करने से ये इवेंट कभी नहीं रूकता उलटे इसके कई नकारात्मक प्रभाव होते है।

खैर मैं आपको स्पष्ट करदु, ये केवल मेरे विचार है जैसा मैं सोच रहा हूँ, इसका पार्टी या पार्टी की विचारधारा या उनकी सोच से कहीं कोई सम्बन्ध नहीं है।

नकारात्मक प्रभाव की बात कर रहा था, जैसे की यदि आम आदमी पार्टी इसका विरोध करती तो सबसे पहले तो हिन्दू विरोधी, पाकिस्तान प्रेमी, इस तरह के आरोपों की बौछार हो जाती, तरह तरह की कहानियाँ, कार्टून गालियाँ सोशल मीडिया पर चल जाती जिसमे एक बार फिर से अरविन्द जी को हिन्दू विरोधी के तौर पर पेश किया जाता, वैसे Art of living के इस आयोजन का विरोध नहीं किया तो भी कुछ एक मेसेज तो विरोधियों की मिडिया सेल ने सोशल मिडिया पर चला दिए ऐसा लगता है जैसे उन्होंने पहले से ही तैयार कर रखे थे जैसे की उन्हें भी पूरा भरोसा था की अरविंदजी यमुना के लिए इसका विरोध करेंगे तो विरोधियों की साइबर सेल ने इसके लिए पहले से मेसेज तैयार कर लिए थे और विरोध ना करने पर भी इन्हे चला दिया।

यानि अरविन्द जी के विरोध पर ये इवेंट तो नहीं रूकता लेकिन एक बार फिर मिडिया को अरविंदजी के खिलाफ नेगेटिव चलाने का अच्छा मौका मिल जाता, पूरे दिन मिडिया में यही बहस चलती "आखिर क्यों हिंदुओ के खिलाफ है आम आदमी पार्टी" जबकि इसमें वास्तिवकता या सत्य की कही कोई जगह नहीं है। आम आदमी पार्टी ही वो पार्टी है जो "सर्व धर्म समभाव" जो हमारे संविधान में है को पूरी तरह मानती है।

तो शायद इस बार अरविंदजी और आम आदमी पार्टी ने इन सब तरह के सवालों को रोकने के लिए ये निर्णय लिया होगा, हालाँकि सवाल तो खड़े हुए ही अब दूसरे सवाल खड़े हो गए पर शायद उन सवालो से कही कम? या यों कहे अपने इस निर्णय से पार्टी और पार्टी के तमाम प्रवक्ताओ को कई कठिन सवालों का सामना करने से बचा लिया?

एक और कारण हो सकता है इस आयोजन का विरोध ना करने का, की शायद इसी बहाने "यमुना" पर बात तो हुयी, और लोगो का "यमुना" की तरफ दिन आकर्षित हुआ और शायद "यमुना" को साफ़ करने और "गंगा" की तरह ही "यमुना के घाट" को विकसित करने और सुन्दर बनाने में मदद मिलेगी?

खैर जो भी हो केवल इस एक निर्णय से हम ना तो अरविंदजी पर सवाल खड़े कर सकते है और ना ही आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार पर। हमारे विचार भिन्न हो सकते है मेरे खुद के विचार भिन्न है पर जरूर कुछ अच्छे के लिए पार्टी और दिल्ली सरकार ने इसका विरोध ना करने निर्णय लिया होगा।

जय हिन्द
वन्दे मातरम

Saturday, March 5, 2016

BJP leader announces Rs 5 Lakh reward for one who can cut off Kanhaiya Kumar's tongue

आज सुबह सुबह जैसे ही मेरे भारत की खबरे जानने  के लिए इंटरनेट चालू किया तो देखा कन्हैया का सर काटने, कन्हैया की जीभ काटने पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा इनाम घोषित किया का चुका है।

भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष कुलदीप ने कन्हैया की जीभ काटकर लाने को पाँच लाख रूपये देने की घोषणा कर दी। (समाचार का लिंक)
उधर दूसरी खबर चल रही थी जिसमे किसी आदर्श शर्मा पूर्वांचल सेना ने पोस्टर लगवा दिए की यदि कोई कन्हैया को गोली मार देगा तो 11 लाख का इनाम देगा।
ज़रा सोचिये क्या चल रहा है ये देश में? कन्हैया सही ही कह रहा है की ये फर्जी राष्ट्रवादी है, और कन्हैया पर देशद्रोह का आरोप केवल इसीलिए लगाया गया क्योंकि वो RSS/BJP की इसी फर्जी राष्ट्रवादिता के खिलाफ बोल रहा था या यो कहे वो इनके फर्जी राष्ट्रवादी होने की पोल खोल रहा था।


कन्हैया की इस बात को इन दोनों घटनाओ से और वजन मिलता है वो सत्य प्रतीत होती है, ज़रा सोचिये इन  भाजपा नेताओं ने कोई ऐसी घोषणा की जिसमे वो कह रहे है की जिन्होंने भारत विरोधी नारे लगाए जो की अभी भी कानून की पकड़ में नहीं है यदि कोई उन्हें गोली मार देगा तो वो इनाम देंगे?

कश्मीर में रोज पाकिस्तान के झंडे लहराए जाते है और भारत विरोधी  नारे लगते है, किसी भी हिन्दू सेना, बजरंग दल, शिव सेना, भाजपा, आरएसएस किसी भी संगठन ने ऐसी घोषणा की हो की कोई उन्हें मार दे तो वो इनाम देंगे?

नहीं की, किसी ने ऐसी घोषणा नहीं की! क्यों?
क्योंकि वो भारत विरोधी नारे लगा रहे थे RSS विरोधी नहीं और जब कोई RSS विरोधी नहीं है तो इन्हे उनसे कोई लेना देना नहीं है चाहे फिर वो पाकिस्तान के झंडे लहराए, भारत विरोधी नारे लगाए या पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाये। बीजेपी और आरएसएस के लिए इसमें कोई प्रॉब्लम नहीं है हाँ यदि वो RSS के खिलाफ कुछ बोलेंगे तब ये सब बयान बाजी शुरू करेंगे।

देश की जनता के सामने इनके ढोंगी चेहरे एक के बाद एक सामने आ रहे है। इन्हे भारत विरोधी नारे वालो से तो प्यार है तभी तो ना गृह मंत्री जी कोई कार्यवाही करते है की अब तक जिन्होंने भारत विरोधी नारे लगाए वो पुलिस की पकड़ से दूर क्यों है और ना ही उनके किसी नेता का बयान आता है की जिन्होंने नारे लगाये उन पर इनाम की घोषणा करते है।

चलो आप और हम भी देखते है आखिर कहाँ तक गिरते है ये लोग, और इनके असली चेहरे भी धीरे धीरे सबके सामने आ ही रहे है।

जय हिन्द
वन्दे मातरम

Wednesday, March 2, 2016

"Free the Tree" campaign of Delhi Govt covered by ANSA Italian news agency

आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार किस तरह पर्यावरण और प्रदूषण के प्रति गंभीर है ये हमे दिल्ली सरकार द्वारा उठाये गए बहुत से कदमो से दिखाई देता है, चाहे फिर वो कठिन से कठिन निर्णय (वोट बैंक को प्रभावित कर सकता है) सम विषम नियम हो या फिर कार फ्री डे या दिल्ली की सड़को की वैक्यूम क्लीनिंग।
एक के बाद एक लगातार प्रयास दिल्ली की आबो हवा को सुधारने का, इसी कड़ी में दिल्ली सरकार के पर्यटन मंत्री श्री कपिल मिश्रा द्वारा एक अभियान शुरू किया गया "फ्री द ट्री" (पेड़ो को आजाद करो, मुक्त करो) जिसको इटालियन समाचार एजेंसी ANSA ने भी अपनी वेबसाइट पर जगह दी है।

ओरिजिनल न्यूज़ लिंक 

हिंदी अनुवाद:


शहर के पेड़ो को नुकसानदायक वस्तुओं, बिजली के तार और होर्डिंग से "मुक्ति" के लिए नई दिल्ली का आदेश

Delhi Govt Aam Aadmi Party
 (ANSA) न्यू डेल्ही, 25 फरवरी -  नई दिल्ली के अधिकारियों द्वारा राजधानी जो की पिछले साल सूक्ष्म धुल कणो के स्टार के कारण विश्व का सबसे प्रदूषित शहर बन गया था की हरी सम्पति को नुकसान से बचाने के लिए "पेड़ो को मुक्त करो" फ्री द ट्री ग्रीन अभियान की शुरुआत की। दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने पेड़ो के तने और डालियों से "विज्ञापन बोर्ड, बिजली के तार और अन्य हानिकारक वस्तुओ" को हटाने के आदेश दिए। अक्सर गलियों और चौराहो पर पेड़ नाई, मोची, टैक्सी चालकों, मैकेनिकों आदि द्वारा अपने काम के लिए काम में लिए जाते है।

बहुत से पेड़ टेलेफोन या बिजली के तारो के जंजाल में घिरे होते है या पेड़ो पर ट्रेफिक सिग्नल सहित सड़क चिन्ह के बोर्ड लगे होते है। मंत्री ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा की पेड़ो के तने के इर्द गिर्द पर्याप्त स्थान हो और वे सीमेंट, डामर, या पगडण्डी से घिरे हुए ना हो।
 

Tuesday, March 1, 2016

Pakistan arrest 20 Indian fishermen

आज इटालियन समाचार एजेंसी ANSA की वेबसाइट पर समाचार देखने के लिए ओपन किया था मैं अचंभित रह गया!

पाकिस्तान में पिछले 10 दिनों में 108 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया लेकिन ना सोशल मिडिया पर ना प्रिंट मिडिया, ना इलेक्ट्रिक मीडिया कही इसका कोई जिक्र ही नहीं था।

ANSA की वेबसाइट पर जो खबर है उसका हिंदी अनुवाद यहाँ लिख रहा हूँ।

Link of original News

अनुवाद:

पाकिस्तान ने 20 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया
एक सप्ताह पहले एक अन्य घटना में 88 को पकड़ा था 
(ANSA) इस्लामाबाद, 28 फरवरी - पाकिस्तान ने अपने जल क्षेत्र में घुसपैठ का आरोप लगाते हुए 20 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आज एक बयान जारी कर ये जानकारी दी। मछली पकड़ने गए भारतीय लोग जो चार नावों में सवार थे उन्हें समुद्र सुरक्षा एजेंसी (MSA) ने रोककर कराची ले जाया गया। "वे अरब सागर में पाकिस्तान जल क्षेत्र को पार कर चुके थे इसलिए उन्हें फिरफ्तार किया गया है" ऐसा बताया। एक सप्ताह पहले, ऐसे ही एक अन्य घटना में MSA ने 88 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया था।