'covefefe' पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया था जब अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ये ट्वीट कर लोगो को अपनी योजनाओं के बारे में अपडेट किया था|
इस ट्वीट के बाद से ही भारत सरकार बड़ी पशोपेश में थी की ऐसा ही कुछ भारत की मोदी सरकार क्यों नहीं कर सकती, आखिर मोदी सरकार में एक से बढ़कर एक टेलेंटेड लोग भरे है|
समय गुजरता गया लेकिन समस्या जस की तस की थी, आखिर वो दिन आ ही गया जब मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में सबसे उच्च स्थान रखने वाले अरुण जेटली (चुनाव हारकर भी मंत्री बनने वाले) के अधीन आने वाले वित्त मंत्रालय ने ये जिम्मेदारी अपने कंधो पर लेते हुए 'Sawa we h we s see see' और 'Ess'का आविष्कार किया|
दीपावली के ठीक दूसरे दिन गोर्वधन पूजा के अवसर पर वित्त मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हेंडल से इन दो महत्त्वपूर्ण ट्वीट के द्वारा अपनी नयी योजनाओं के बारे जानकारी तो दी ही साथ ही साथ अमेरिकन राष्ट्रपति के एक ट्वीट के बदले में 2 शानदार ट्वीट कर अमेरिका को भी भारत ने पछाड़ दिया|
मेरा अनुमान है की अरुण जेटली जी शायद कुछ नए तरीके के टेक्स की घोषणा करने वाले थे जिसकी जानकारी वो केवल एक न्यूज़ चैनल CNNNews18 को देना चाहते थे लेकिन गलती से DM में मेसेज भेजने की बजाय open ट्वीट कर दिया|
लगभग 2 घंटे तक ये दोनों ट्वीट Ministry of Finance, Government of India के Official ट्विटर Account पर रहे इस दौरान 400 से अभी अधिक रीट्वीट, 300 से अधिक कमेंट और अनगिनत Quot इस ट्वीट पर हो चुके थे, तब जाकर वित्त मंत्रालय की नींद खुली और उन्होंने ये दोनों ट्वीट डीलीट किये|
ये है वित्त मंत्रालय के ओरिजनल ट्वीट और उनके निचे उनके स्क्रीनशॉट
सोचिये कैसे लोगो के हाथो में हमारे भारत देश की बागडौर है, गलती किसी से भी हो सकती है, हो सकता है वित्त मंत्रालय का ट्विटर हेंडल को भी व्यक्ति देख रहा हो उससे भी गलती हो गयी लेकिन सोचने वाली बात यह है की 2 घंटे तक जब पूरा सोशल मीडिया इस ट्विटर पर कमेंट कर रहा था, हर जगह चर्चा में था तब वित्त मंत्रालय क्या कर रहा था| Ministry of Finance का ट्वीटर नोटिफिकेशन जब ब्लास्ट कर रहा था तो भी उनका ध्यान इस तरफ नहीं गया?
सोचिये यदि कोई आम आदमी कुछ जानकारी वित्त विभाग के ट्विटर हेंडल से पूछ ले तो उसे तो कब जवाब देंगे ये? और हाँ ये वो सरकार है जो डिजिटल इण्डिया की बात करती है, कैशलेश इकॉनमी की बात करती है लेकिन 2 गलत ट्वीट डीलीट करने में इन्हे २ घंटे से भी अधिक का समय लग जाता है|
ये वही सरकार है जिसने दूरदर्शन के एक एंकर को महज इसलिए नौकरी से निकाल दिया था क्योंकि उससे चीन के राष्ट्रपति के नाम का उच्चारण सही नहीं हुआ था| (खबर)
और इस जिनके पास ये मंत्रलाय है वो वही अरुण जेटली है जो कभी चुनाव नहीं जीत सके, अर्थात देश के मतदाताओं ने कभी उन पर भरोसा नहीं किया बावजूद इसके मोदी सरकार में मंत्री बन जाते है|
खैर इनके कारनामे गिनाने लगेंगे तो कितनी ही पोस्ट करनी पड़ेंगी| आज केवल हम 'Sawa we h we s see see' की खुशिया मनाये और नए टेक्स सिस्टम Ess को लेकर एक दूसरे को बधाई दे जश्न मनाये|
यदि मेरी पोस्ट से किसी की भावनाये आहत हुयी हो तो उसके लिए क्षमा प्रार्थी हो लेकिन एक बार सोचियेगा जरूर जिन लोगो से एक ट्विटर हेंडल ठीक से नहीं चल सकता उन लोगो के हाथों में आपने देश सौंप दिया और मोदी जी उस विशेष व्यक्ति को देश की अर्थव्यवस्था सौंप दी, जिसका नतीजा केवल ये ट्वीट नहीं है बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था और गिरती हुयी GDP है|
इस ट्वीट के बाद से ही भारत सरकार बड़ी पशोपेश में थी की ऐसा ही कुछ भारत की मोदी सरकार क्यों नहीं कर सकती, आखिर मोदी सरकार में एक से बढ़कर एक टेलेंटेड लोग भरे है|
समय गुजरता गया लेकिन समस्या जस की तस की थी, आखिर वो दिन आ ही गया जब मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में सबसे उच्च स्थान रखने वाले अरुण जेटली (चुनाव हारकर भी मंत्री बनने वाले) के अधीन आने वाले वित्त मंत्रालय ने ये जिम्मेदारी अपने कंधो पर लेते हुए 'Sawa we h we s see see' और 'Ess'का आविष्कार किया|
दीपावली के ठीक दूसरे दिन गोर्वधन पूजा के अवसर पर वित्त मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हेंडल से इन दो महत्त्वपूर्ण ट्वीट के द्वारा अपनी नयी योजनाओं के बारे जानकारी तो दी ही साथ ही साथ अमेरिकन राष्ट्रपति के एक ट्वीट के बदले में 2 शानदार ट्वीट कर अमेरिका को भी भारत ने पछाड़ दिया|
मेरा अनुमान है की अरुण जेटली जी शायद कुछ नए तरीके के टेक्स की घोषणा करने वाले थे जिसकी जानकारी वो केवल एक न्यूज़ चैनल CNNNews18 को देना चाहते थे लेकिन गलती से DM में मेसेज भेजने की बजाय open ट्वीट कर दिया|
लगभग 2 घंटे तक ये दोनों ट्वीट Ministry of Finance, Government of India के Official ट्विटर Account पर रहे इस दौरान 400 से अभी अधिक रीट्वीट, 300 से अधिक कमेंट और अनगिनत Quot इस ट्वीट पर हो चुके थे, तब जाकर वित्त मंत्रालय की नींद खुली और उन्होंने ये दोनों ट्वीट डीलीट किये|
ये है वित्त मंत्रालय के ओरिजनल ट्वीट और उनके निचे उनके स्क्रीनशॉट
Sawa we h we s see see— Ministry of Finance (@FinMinIndia) 20 ottobre 2017
Sawa we h we s see see - tweet from @FinMinIndia |
Ess— Ministry of Finance (@FinMinIndia) 20 ottobre 2017
Ess |
सोचिये कैसे लोगो के हाथो में हमारे भारत देश की बागडौर है, गलती किसी से भी हो सकती है, हो सकता है वित्त मंत्रालय का ट्विटर हेंडल को भी व्यक्ति देख रहा हो उससे भी गलती हो गयी लेकिन सोचने वाली बात यह है की 2 घंटे तक जब पूरा सोशल मीडिया इस ट्विटर पर कमेंट कर रहा था, हर जगह चर्चा में था तब वित्त मंत्रालय क्या कर रहा था| Ministry of Finance का ट्वीटर नोटिफिकेशन जब ब्लास्ट कर रहा था तो भी उनका ध्यान इस तरफ नहीं गया?
सोचिये यदि कोई आम आदमी कुछ जानकारी वित्त विभाग के ट्विटर हेंडल से पूछ ले तो उसे तो कब जवाब देंगे ये? और हाँ ये वो सरकार है जो डिजिटल इण्डिया की बात करती है, कैशलेश इकॉनमी की बात करती है लेकिन 2 गलत ट्वीट डीलीट करने में इन्हे २ घंटे से भी अधिक का समय लग जाता है|
ये वही सरकार है जिसने दूरदर्शन के एक एंकर को महज इसलिए नौकरी से निकाल दिया था क्योंकि उससे चीन के राष्ट्रपति के नाम का उच्चारण सही नहीं हुआ था| (खबर)
और इस जिनके पास ये मंत्रलाय है वो वही अरुण जेटली है जो कभी चुनाव नहीं जीत सके, अर्थात देश के मतदाताओं ने कभी उन पर भरोसा नहीं किया बावजूद इसके मोदी सरकार में मंत्री बन जाते है|
खैर इनके कारनामे गिनाने लगेंगे तो कितनी ही पोस्ट करनी पड़ेंगी| आज केवल हम 'Sawa we h we s see see' की खुशिया मनाये और नए टेक्स सिस्टम Ess को लेकर एक दूसरे को बधाई दे जश्न मनाये|
यदि मेरी पोस्ट से किसी की भावनाये आहत हुयी हो तो उसके लिए क्षमा प्रार्थी हो लेकिन एक बार सोचियेगा जरूर जिन लोगो से एक ट्विटर हेंडल ठीक से नहीं चल सकता उन लोगो के हाथों में आपने देश सौंप दिया और मोदी जी उस विशेष व्यक्ति को देश की अर्थव्यवस्था सौंप दी, जिसका नतीजा केवल ये ट्वीट नहीं है बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था और गिरती हुयी GDP है|