आज अचानक से सोशल मिडिया पर एक पोस्ट देखने को मिली हिंदी समाचार जगत के दिग्गज पत्रकार रोहित सरदाना की कोविड की वजह से मृत्यु हो गई।
एकदम से ये पोस्ट दिखी तो यकीन नहीं कर पाया, तुरंत आज तक का ट्विटर हेंडल खोला (वह प्रतिष्ठान जहाँ रोहित सरदाना काम करते थे) वहां पर ऐसे कोई पोस्ट नहीं थी।
तुरंत आजतक चैनल खोला वहां पर ऐसी कोई खबर नहीं दिखाई जा रही है।
फोटो क्रेडिट : रोहित सरदाना ट्विटर प्रोफ़ाइल |
मैं पोस्ट करने से डर रहा था की कही ये खबर अफवाह तो नहीं है किसी ने ऐसे ही उड़ा दी होगी, लेकिन खबर पर यकीन भी करना जरुरी था क्योंकि ये पोस्ट किसी और ने नहीं बल्कि Zee News के पत्रकार सुधीर चौधरी की थी तो ऐसा हो नहीं सकता इतना जिम्मेदार व्यक्ति अफवाह के आधार पर कोई पोस्ट करेगा।
मन मानने को तैयार नहीं था, इधर सोशल मिडिया पर रोहित सरदाना को श्रदांजलि देने के मेसेज की बाढ़ सी आ गई, फिर आजतक चैनल को देखा, फिर से आजतक के ट्विटर हेंडल को चेक किया कही कोई जिक्र तक नहीं था, मानो उन्हें पता ही नहीं हो या उन्हें इसकी कोई परवाह ही नहीं हो।
सोशल मिडिया पर आवाज भी उठने लग गई की ये कैसा चैनल ही जो अपने पत्रकार की मृत्यु की खबर से ज्यादा एग्जिट पोल दिखाने को महत्त्वपूर्ण मानता है, लोग आजतक को लानत भेजने लग गए, लगभग एक घंटे से भी ज्यादा समय बीत गया पर आजतक अपनी मस्ती में मस्त था।
फिर अचानक से आजतक के ट्विटर हेंडल पर भी पोस्ट आई और आजतक पर एक वीडियो क्लिप भी चलाई गई जिसमे रोहित सरदाना को श्रदांजलि दी जा रही थी, बैकग्राउंड में सिसकियों वाला साउंड डाला गया, फिर आगे क्लिप में दिखाया गया एंकर जो ये खबर दे रहे थे वो रो रहे थे, बोलते बोलते उनका गाला भर रहा था। नीचे आजतक का वो वीडियो है आप खुद भी देखिये।
अब मैं इसके पीछे की कल्पना कर रहा हूँ की आजतक के स्टूडियों में क्या हुआ होगा उस समय (परिस्थितियो के आधार पर ये मेरी एक कल्पना मात्र है अगर इसका हकीकत के साथ मेल होता है तो ये महज एक संयोग होगा)वरिष्ठ पत्रकार और मशहूर एंकर रोहित सरदाना का निधन pic.twitter.com/YLc1R4DvY2
— AajTak (@aajtak) April 30, 2021
स्टूडियों में खबर आई होगी, रोहित सरदाना जी नहीं रहे
जिसे करंट खबर चलानी होती है (आज तक सबसे तेज) उसने ये हेडलाइन टाइप करना शुरू कर दिया होगा इतने में डायरेक्टर साहब (मालिक) का आदेश आ गया होगा
रूको, अभी खबर नहीं चलानी है
इसके बाद जिस तरह से ये क्लिप बनाई गई है तो ऐसा हुआ होगा की
आदेश दिया गया, शानदार क्लिप तैयार करो, एंकर को बैठाया गया होगा, उसे रोने की एक्टिंग करते हुए ये समाचार बोलने को कहा गया होगा।
लाइट, कैमरा, एक्शन
और शुरुआत
क्या पता कई बार रीटेक भी हुआ होगा, कट कट कट ओवरएक्टिंग ज्यादा हो गई, रोने में फिलिंग नहीं आई वगैरह वगैरह ....
इनके सबके बाद ये सभी क्लिप दी गई वीडियो एडिटर को, और वीडियो एडिटर ने शानदार बैकग्राउंड म्युजिक और सिसकिया डाली गई, कई बार डायरेक्टर साहब ने देखा होगा कुछ मोडिफिकेशन भी करवाया होगा, आखिर में शायद ऐसे कुछ कहा होगा
शाबाश, शानदार अब तैयार हुई है शानदार क्लिप
अब चलाओ मस्त TRP आएगी
और फिर ये क्लिप चली होगी
अगर सच में ऐसा ही स्टूडियों में हुआ होगा तो
जिस संस्थान ने अपने वरिष्ठ पत्रकार की मृत्यु की खबर को भी अपनी TRP की भेंट चढ़ा दी उस संस्थान से क्या उम्मीद करेंगे?
बहुत दुखद मौत को भी TRP की भेंट चढ़ा देना।
अगर ऐसा नहीं हुआ होगा तो मेरी समझ से बाहर है, ये खबर फलेश करने में आजतक को एक घंटे से भी ज्यादा का समय क्यों लगा।
दुनिया मैं कुछ भी कही भी होता है उसकी तुरंत सबसे पहले एक टेक्स्ट लाइन फलेश हो जाती उसके बाद उस पर विस्तार से जानकारी आती रहती है और प्रोग्राम होते रहते है लेकिन इतनी बड़ी खबर को कोई जगह तक नहीं दी गई।
शायद आजतक को भी ये एहसास था की सभी लोग इस खबर की पुष्टि के लिए आजतक को बार बार देख रहे है तो क्यों ना इतना शानदार वीडियो बनाया जाए जिससे खूब TRP बटोरी जा सके।
ईश्वर रोहित सरदाना जी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे और उनके परिवार को ये बड़ा दुःख सहन करने की शक्ति दे।
और TRP के भूखे भेड़ियों को थोड़ी सद्बुध्दि दे।