BJP leaders on Chinese incursion when not in Power |
सोशल मिडिया पर भी भाजपा के नेटवीर तत्कालीन प्रधानमन्त्री को बहुत कुछ भला बुरा कह रहे थे, यहाँ तक की कुछ लोग तो उन्हें नपुंसक तक बता बैठे ।
पर आज चारो तरफ शांति है, चीनी सैनिक फिर से हमारी सीमा में घुस चुके है, हजारो की संख्या में चीनी सैनिक और नागरिक भारत की सीमा में घुस चुके है और हमारे ही सैनिको को बंधक भी बनाये हुए है पर ना ही मिडिया को इस बात का दर्द है और ना ही बीजेपी समर्थक जो हर छोटी सी बात पर सड़को पर आ जाते थे उन्होंने कोई शिकायत है, आज चीन की ये घुसपैठ भी उन्हें अच्छी लगती है, इसके उल्ट यदि सोशल मिडिया पर कोई इस बार में बोले की चीनी सैनिक हमारी सीमा में है और सरकार कुछ नहीं कर रही तो बीजेपी के नेटवीर तुरंत गाली गलोच शुरू कर बन्दे को देशद्रोही करार दे देते है, पता नहीं चीनी सैनिको का विरोध करने पर एक आदमी देशद्रोही कैसे हो जाता है?
Narendra Modi, Indian PM with Xi jinping India visit |
नजारा तो और भी घटिया तब लगता है जब हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति को दावत देते है, उनके लिए शाही इंतजाम करते है, उन्हें खड़े होकर खुद झूला झुलाते है । उनकी आवभगत इस तरह करते है जैसे वो ही हमारे देवता हो और ना जाने क्या देकर जाएंगे भारत को । जबकि वो भारत को देने कुछ नहीं आये थे उलटे भारत से लेने आये थे, जितना वो निवेश करेंगे उसका सारा मुनाफ़ा कहाँ जाएगा?
चीन में जाएगा!! और बदले में भारत को क्या मिलेगा घटिया किस्म के उत्पाद?
उनकी बहुत जबरदस्त आवभगत की जाती है, अरे भाई किस उपलक्ष में ये मेहमाननवाजी? क्योंकि उनके सैनिक हमारी धरती पर तम्बू गाड़े बैठे है?
अब प्रधानमंत्रीजी कहते है वो हमारे देश में निवेश करेंगे!!!!
गरज है चीन को तो निवेश कर रहा है कोई उपकार नहीं कर रहा भारत पर, हमारे प्रधानमन्त्री को चाहिए था की चलो उन्हें बुला लिया थोड़ी मेहमाननवाजी भी करली पर अब तो उन्हें ये कहते है की यदि आप चाहते है की भारत और चीन के बीच व्यापारिक रिस्ता हो तो सबसे पहले अपने सैनिको को सीमा से वापिस बुलाओ, यदि वो विवादित क्षेत्र भी है तो बात करो जब तक विवाद नहीं सुलझता उस क्षेत्र में कोई नहीं जाएगा और किसी भी समझौते से पहले इस विवाद को निपटाना होगा, मोदीजी आपके पास सुनहरा मौका था, आप चाहते तो भारत के मजबूत होने का सबूत पूरी दुनिया को दे सकते थे और देशवासियों का सर गर्व से ऊंचा कर सकते थे पर आपने ऐसा नही किया ।
उलटे आपने दुनिया को बहुत गलत सन्देश दिया है की थोड़े से रुपयो के लिए हमने सीमा पर घुसपैठ को भी नजरअंदाज कर दिया है, वाह मोदीजी कहाँ तो आप चुनाव से पहले गाते थे " मैं देश नहीं झुकने दूंगा" और कहाँ आपके ये कार्य जो देश को झुकाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे ।
एक सशक्त प्रधानमंत्री के रूप में पेश आते, भारत को चीन की गरज नहीं है, चीन को भारत की गरज है आज अरबो खरबो रुपयो का उनका माल भारत में बिकता है यदि चीन ज्यादा हेंकड़ी करे तो चीन के सब माल पर प्रतिबंध लगा सकते थे और इस मामले को आसानी से सुलझा सकते थे पर आप तो इसके उल्ट कर रहे थे ।
इधर आप खातिरदारी में लगे हुए थे और उधर चीनी सैनिक भारत माँ की अस्मिता के साथ खिलवाड़ कर रहे थे, हमारे देश के सैनिक आपको और आपले लाडले चीनी राष्ट्रपति को सुरक्षा दे रहे थे और दूसरी और चीनी सैनिको सामने खड़े हुए थे, क्या आपको तनिक भी ये सोच नहीं आया की कैसे मैं उस इंसान की खातिरदारी कर रहा हूँ जो खुद तो आया ही है साथ में अपने सैनिको को भी लेकर आया है की चलो करलो कब्जा भारत पर, खैर कब्जा तो चीन ने भारत पर कर ही रखा है देश के हर कोने में चीनी सामन मिल जाएगा और आपने इसमें और सहयोग कर दिया चीन को न्योता देकर की आओ और खूब बेचो अपना सामान हमारे देश में ।
कुछ भी हो आपके समर्थक शायद मुझे गालिया दे पर आज मुझे आप एक बेहद कमजोर प्रधानमन्त्री लगे, जब आप चुनाव प्रचार में हुंकार भरते थे "एक इंच भी नहीं दूंगा" तो लगता था एक मजबूत प्रधानमन्त्री देश को मिलेगा लेकिन आज आपने जो कुछ किया इससे तो आप एक बेहद कमजोर प्रधानमंत्री साबित हुए है माननीय मोदीजी ।
Some Links of Chinese incursion:
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बहुत सही लिखा है आपने। हमें अबतक के सबसे कमजोर प्रधानमंत्री को अगले पाँच साल तक झेलना पड़ेगा।
ReplyDeleteअफ़सोस साड़ी जनता के साथ धोखा हो गया, जब चुनाव से पहले गरजकर बोलते थे एक इंच भी नहीं दूंगा, तो लगता था कोई भारत की तरफ आँख भी उठाएगा तो उसकी आँखे निकाल लेंगे मोदीजी, पर ये क्या इन्होने तो चीन के घुसपैठ के बदले उन्हें दावत दे दी, उनकी मेहमाननवाजी शुरू करदी और चीनी सैनिक एक के बाद एक हमारी सीमा में घुसने लग गए पर सरकार को इससे कोई लेना देना ही नहीं?
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