Your 1 vote can make the Indian Politics corruption free |
Mera Vichar Mera Adhikar - Feel free to Say what you think
Friday, November 29, 2013
Thursday, November 28, 2013
Vijay Jolly painted Name plate of Shoma Choudary - Delhi BJP
आज विजय जॉली और कुछ अन्य भाजपा कार्यकताओ के द्वारा किया गया उत्पात, क्या आप मानते है कि उन्हें नहीं पता था वो क्या करने जा रहे है? क्या उन्हें नहीं पता था कि ऐसा करना गलत है, कानूनी अपराध है ?
जनाब पता उन्हें सब था, और पता था इसीलिए उन्होंने ये सब किया है! इसके पीछे उनका उद्देश्य किसी Shoma Choudhari के घर के बाहर कालिख पोतने का नहीं था, उनका उद्देशय केवल और केवल एक ही था, और वो था मीडिया का ध्यान कन्वर्ट करना और इसमें वो पूर्ण रूप से कामयाब रहे!
आप ही देख लो सारा मीडिया, सारे न्यूज़ चैनल केवल यही दिखा रहे है, यही तो था उनका उद्देश्य, चुनाव के आखिरी 5 दिन है, और इन दिनों में वो नहीं चाहते कि ये न्यूज़ चैनल वाले कही असली मुद्दो पर बहस करने के लिए चैनल में बुला ले, क्योंकि असली मुद्दो पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां नाकामयाब रही है, ये दोनों पार्टी यदि कामयाब रही है तो वो केवल ही विषय है "भारत माता और भारत माता के बेटे बेटियों को बेवकूफ बनाना" और आज भी वो इसमे पूर्ण रूप से कामयाब रहे |
वो डरते है कि कही और कोई मुद्दा नहीं रहा तो ये समाचार चैनल वाले कही ना कही उन्हें किसी बहस में निमंत्रण देंगे और मुद्दो पर बात कि जायेगी तो वो इसका जवाब कहाँ से लायेंगे?
कही रवीश NDTV से निमंत्रण दे देगा और पूछेगा, बताइये आपके मैनिफेस्टो में जो आपने घोषणा कि है वो कैसे पूरा करेंगे, आप अपने प्रोजेक्ट जनता को बताये, और यदि ये सवाल उनसे पूछा गया तो उनके पास कोई जवाब नहीं है, क्योंकि उनके पास कोई प्रोजेक्ट है ही नहीं, वो तो इन्तजार करते है कि केजरीवाल कोई प्रोजेक्ट दे और वो उसी को दोहरा दे, जैसे कि बिजली के मुद्दे पर भाजपा बोल रही है, वो सब वाही बाते है जो महीनो पहले केजरीवाल ने कहा था कि कैसे वो बिजली के पैसे कम कर देंगे !
जिस दिन भाजपा का घोषणा पत्र आया था मैं न्यूज़ देख रहा था, शरद शर्मा NDTV के हर्षवर्धनजी से पूछने लगे "आप सब्जियों के दाम कैसे कम कर देंगे?" तो उनके पास जवाब केवल यही था "आप देखना कैसे कम करेंगे" शरद ने फिर पूछा "बता दीजिये ना, ताकि सरकार को भी पता लगे" तो हर्षवर्धनजी ने फिर कहा "आप देखना कैसे करेंगे, सरकार को सब पता है कैसे कम कर सकते है, आप देखना हम कैसे करेंगे" तो यहाँ स्पष्ट हो जाता है, कि हर्षवर्द्धनजी के पास कोई प्रोजेक्ट नहीं है, हाँ यदि इस मुद्दे पर केजरीवालजी कुछ आईडिया दे देते तो बेचारे वो भी कुछ बोल सकते थे, लेकिन क्या करे केजरीवालजी ने कुछ बताया नहीं और ऐसे में उनके पास कोई आईडिया नहीं!
फिर एक और बात है भाजपा और हर्षवर्द्धनजी को पता है कि आखिर दिल्ली मैं उनकी सरकार तो बनेगी नहीं तो फिर झूठे वादे करने में उनका क्या जाता है !!!
जो भी मेरे ब्लॉग को पढ़ने के लिए आते है मैं उनका दिल से धन्यवाद करता हूँ, यदि आप मेरी बातो से सहमत नहीं है तो अपने विचार कमेंट मैं जरुर लिखे, हो सकता है मेरी समझ अच्छी नहीं हो और मैं कुछ और ही लिख रहा हूँ हो सही नहीं हो तो प्लीज अपने विचारो से मुझे भी अवगत कराये !
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Wednesday, November 27, 2013
Delhi election - Time to make decision, Dilli main parivartan ki lahar hai
प्यारे दिल्लीवासियों,
बहुत दिनों से आपसे एक बात कहने का मन कर रहा था, आशा करता हूँ कि आप सब तक मेरी बात पहुँच सकेगी |
समय चुनावों का है तो मैं भी इसी सन्दर्भ में बात कहना चाहता हूँ,
अभी दिल्ली के चुनावी मैदान में मुख्य रूप से तीन पार्टी है, १. भाजपा २. कांग्रेस ३. आप
आज से 4 महीने पहले ये परिस्थितियां नहीं थी जो आज है, और इसीलिए मैं आज ये बात आपसे कहना चाहता हूँ |
आज दिल्ली मैं माहोल परिवर्तन का बना हुआ है, लेकिन अभी भी एक वर्ग है जो इस डर मैं है कि क्या पता क्या होगा, कहीं मेरा वोट ख़राब तो नहीं हो जायेगा?
मैं आपको एक उदाहरण देना चाहूँगा, इटली के लोकसभा चुनाओ का जो इसी वर्ष हुए थे |
जैसे भारत मैं आम आदमी पार्टी ने राजनीति को बदलने और bhrashtachar को मिटने के लिए एक आंदोलन छेड़ रखा है और उसी आंदोलन से आम आदमी पार्टी का गठन भी किया है और आज उसी सपने को पूरा करने वो चुनावी मैदान मैं भी है, ठीक इसी प्रकार इटली में एक ऐसा ही आंदोलन और इन्ही मुद्दो पर एक पार्टी बनी बेप्पे ग्रिलो कि "मोविमेन्टो 5 स्टेले" सभी लोग उनको बहुत ध्यान से सुनते भी थे और सभी को आशा भी थी कि जरुर ग्रिल्लो की मोविमेन्टो 5 स्टेले परिवर्तन लाकर रहेगी और भ्रष्टाचार को मिटा कर रहेगी, लेकिन जब वोटो का समय आया तो जो एक वर्ग घबराया और डरा हुआ था कि कही मेरा वोट खराब ना हो जाए ने सोचा की ग्रिल्लो तो अच्छा है, उसकी सोच भी अच्छी है, हमें उस पर कोई शक नहीं है लेकिन क्या पता उसे बहुमत मिलेगा या नही और यदि उसे बहुमत नहीं मिला तो शायद हमारा वोट खराब हो जायेगा और ऐसा सोचकर एक बहुत बड़े बुद्धिजीवी वर्ग ने ग्रिल्लो को वोट ना देकर वाही पुरानी पार्टियों को वोट दे दिया, और साथियों जानते हो नतीजा क्या निकला?
दो बड़ी पुरानी पार्टी और एक ग्रिल्लो कि पार्टी तीनो पार्टियों को बराबर बराबर सीटे मिली, पूर्ण बहुमत किसी को नहीं मिला, अब जो एक वर्ग डरा हुआ था वो बहुत पछता रहा था, वो अब कह रहे थे, हमें पता नहीं था कि ऐसा होगा, वरना वोट ग्रिल्लो को ही देते और आज ग्रिलो कि सरकार होती !
अंततः सरकार बनाने के लिए बहुमत चाहिए तो जैसे आम आदमी पार्टी कह रही है कि हम सरकार बनाने के लिए समझोता किसी से नहीं करेंगे वैसे ही ग्रिलो कि पार्टी ने भी यही कहा था कि हम सरकार बनाने के लिए समझोता किसी से नहीं करेंगे तो बहुत प्रयाश किये गए आखिरकार जो दो बड़ी पार्टी थी आप मान सकते है भाजपा और कांग्रेस वो एक हो गयी और वो ही नहीं बाकी अन्य छोटे मोटे दल सभी एक हो गए केवल एक ही उद्देश्य से कि ग्रिलो को बाहर रखना है | अब ग्रिल्लो के तीस फीसदी सांसद होने के बावजूद भी वो कुछ नहीं कर पा रहा, उनके सांसदो को संसद मैं बहुत बार तो बोलने भी नहीं दिया जाता और इस प्रकार धीरे धीरे इन महीनों में इन बड़ी पार्टियों ने ग्रिलो कि पार्टी का मजाक भी बनाना शुरू कर दिया कि देख लो जो कहते थे हम बदल देंगे, हम बदल देंगे.... क्या किया? इन्होने क्या बदल दिया आदि आदि....
समय चुनावों का है तो मैं भी इसी सन्दर्भ में बात कहना चाहता हूँ,
अभी दिल्ली के चुनावी मैदान में मुख्य रूप से तीन पार्टी है, १. भाजपा २. कांग्रेस ३. आप
आज से 4 महीने पहले ये परिस्थितियां नहीं थी जो आज है, और इसीलिए मैं आज ये बात आपसे कहना चाहता हूँ |
आज दिल्ली मैं माहोल परिवर्तन का बना हुआ है, लेकिन अभी भी एक वर्ग है जो इस डर मैं है कि क्या पता क्या होगा, कहीं मेरा वोट ख़राब तो नहीं हो जायेगा?
मैं आपको एक उदाहरण देना चाहूँगा, इटली के लोकसभा चुनाओ का जो इसी वर्ष हुए थे |
जैसे भारत मैं आम आदमी पार्टी ने राजनीति को बदलने और bhrashtachar को मिटने के लिए एक आंदोलन छेड़ रखा है और उसी आंदोलन से आम आदमी पार्टी का गठन भी किया है और आज उसी सपने को पूरा करने वो चुनावी मैदान मैं भी है, ठीक इसी प्रकार इटली में एक ऐसा ही आंदोलन और इन्ही मुद्दो पर एक पार्टी बनी बेप्पे ग्रिलो कि "मोविमेन्टो 5 स्टेले" सभी लोग उनको बहुत ध्यान से सुनते भी थे और सभी को आशा भी थी कि जरुर ग्रिल्लो की मोविमेन्टो 5 स्टेले परिवर्तन लाकर रहेगी और भ्रष्टाचार को मिटा कर रहेगी, लेकिन जब वोटो का समय आया तो जो एक वर्ग घबराया और डरा हुआ था कि कही मेरा वोट खराब ना हो जाए ने सोचा की ग्रिल्लो तो अच्छा है, उसकी सोच भी अच्छी है, हमें उस पर कोई शक नहीं है लेकिन क्या पता उसे बहुमत मिलेगा या नही और यदि उसे बहुमत नहीं मिला तो शायद हमारा वोट खराब हो जायेगा और ऐसा सोचकर एक बहुत बड़े बुद्धिजीवी वर्ग ने ग्रिल्लो को वोट ना देकर वाही पुरानी पार्टियों को वोट दे दिया, और साथियों जानते हो नतीजा क्या निकला?
दो बड़ी पुरानी पार्टी और एक ग्रिल्लो कि पार्टी तीनो पार्टियों को बराबर बराबर सीटे मिली, पूर्ण बहुमत किसी को नहीं मिला, अब जो एक वर्ग डरा हुआ था वो बहुत पछता रहा था, वो अब कह रहे थे, हमें पता नहीं था कि ऐसा होगा, वरना वोट ग्रिल्लो को ही देते और आज ग्रिलो कि सरकार होती !
अंततः सरकार बनाने के लिए बहुमत चाहिए तो जैसे आम आदमी पार्टी कह रही है कि हम सरकार बनाने के लिए समझोता किसी से नहीं करेंगे वैसे ही ग्रिलो कि पार्टी ने भी यही कहा था कि हम सरकार बनाने के लिए समझोता किसी से नहीं करेंगे तो बहुत प्रयाश किये गए आखिरकार जो दो बड़ी पार्टी थी आप मान सकते है भाजपा और कांग्रेस वो एक हो गयी और वो ही नहीं बाकी अन्य छोटे मोटे दल सभी एक हो गए केवल एक ही उद्देश्य से कि ग्रिलो को बाहर रखना है | अब ग्रिल्लो के तीस फीसदी सांसद होने के बावजूद भी वो कुछ नहीं कर पा रहा, उनके सांसदो को संसद मैं बहुत बार तो बोलने भी नहीं दिया जाता और इस प्रकार धीरे धीरे इन महीनों में इन बड़ी पार्टियों ने ग्रिलो कि पार्टी का मजाक भी बनाना शुरू कर दिया कि देख लो जो कहते थे हम बदल देंगे, हम बदल देंगे.... क्या किया? इन्होने क्या बदल दिया आदि आदि....
तो मेरा आपसे अनुरोध यही है कि इस बार आम आदमी पार्टी को मौका दे, उस पर पूर्ण भरोसा करे, और भारी बहुमत के साथ आम आदमी पार्टी को विधान सभा में पहुचाये, और फिर देंखे कि वो क्या कर सकते है, आखिर एक बार उन्हें परखना तो चाहिए ना !!!
हम बिना उन्हें मौका दिए कैसे सोच सकते है कि वो कर पाएंगे या नहीं !!!
और सबसे बड़ी बात ये है, बाकी दो बड़ी पार्टी जो मैदान मैं है उन्हें आप और हम वर्षो से देख रहे है, वे हमे वो सब कुछ नहीं दे सके और ये पार्टी हमे आशा कि नयी किरण दिखा रही है तो जरुर एक बार इन पर भरोषा करना चाहिए |
ध्यान रहे जो इटली में हुआ वो ना हो जाए और इसीलिए सभी वोट देने जाए और दिल्ली में माहोल बना हुआ है, आम आदमी पार्टी का तो इस पार्टी को पूर्ण बहुमत से विजयी बनाये |
धन्यवाद आप सबने अपना अमूल्य समय दिया और मेरे लिखे को पढ़ा
और सबसे बड़ी बात ये है, बाकी दो बड़ी पार्टी जो मैदान मैं है उन्हें आप और हम वर्षो से देख रहे है, वे हमे वो सब कुछ नहीं दे सके और ये पार्टी हमे आशा कि नयी किरण दिखा रही है तो जरुर एक बार इन पर भरोषा करना चाहिए |
ध्यान रहे जो इटली में हुआ वो ना हो जाए और इसीलिए सभी वोट देने जाए और दिल्ली में माहोल बना हुआ है, आम आदमी पार्टी का तो इस पार्टी को पूर्ण बहुमत से विजयी बनाये |
धन्यवाद आप सबने अपना अमूल्य समय दिया और मेरे लिखे को पढ़ा
वंदे मातरम
मेरी भी आँखों में एक सपना है "भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त देखने का"
Not for reading below of this line:
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Monday, November 25, 2013
AAP sting operation: Opinion Poll from Hauz khas Delhi
ये है जनता का जवाब फर्जी स्टिंग के खिलाफ !!!!!
बहुत बहुत धन्यवाद अनुरंजन ये सब "आप" ने "आप" के लिए सम्भव किया !!!!
दिल्ली वासियों को "आपने" एक कर दिया है !!!!
बेचारा अनुरंजन और उसके आका अब क्या नया प्लान बना रहे है ???
Sunday, November 24, 2013
How AAP (Aam Adami Party) will give water free in Delhi, is it impossible? आम आदमी पार्टी दिल्ली में पानी बिना पैसे के कैसे देगी, क्या यह असम्भव है?
आम आदमी पार्टी दिल्ली में पानी बिना पैसे के कैसे देगी, क्या यह असम्भव है?
How AAP (Aam Adami Party) will give water free in Delhi, is it impossible?
बहुत दिनों से सभी विदवानो, विचारको और ख़ास तौर से भाजपा और कांग्रेस वालो के ये बयान आ रहे है अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejrival) और आम आदमी पार्टी (AAP) ऐसा घोसणा पत्र (Ghoshanaa patr, AAP Manifesto) बनाया है जो कि पूरा करना सम्भव ही नहीं है!!!
मैं जो ये टीवी पर बहस करते है या जो ये भाजपा और कांग्रेस वाले है उन जितना ज्ञानी तो नहीं हूँ पर फिर भी मैंने भी थोडा इस विषय पर सोचना शुरू किया, क्या वास्तव में अरविन्द केजरीवाल ने ऐसी कोई घोषणा कर दी पूरी करना सम्भव नहीं है?
तो सबसे पहले तो मैंने देखा कि वो कोई घोषणा पत्र नहीं है, वो है संकल्प पत्र, उन्होंने कोई घोषणा नहीं कि है, उन्होंने संकल्प लिया है | और जैसे ही मैंने पढ़ा कि ये संकल्प पत्र है तो मेरे मस्तिष्क में कुछ पंक्तिया गूंजने लगी, जो मैं सदा गुनगुनाता रहता हूँ |
"कुछ भी नहीं असम्भव होता, जब संकल्प लिए जाते है |
संकल्पो को जब साहस के सुदृढ़ चरण दिए जाते है |
बाधाओं कि क्या विसात जब रुख तूफान बदल सकते है "
तो लगा कि हाँ यार सम्भव तो हो सकता है, जब किसी ने इतनी सुन्दर पंक्तियाँ लिखी है तो जरुर इनमे कोई तो बात होगी |
ये तो हुयी भावनाओं कि बाते फिर मैं चला इस को यथार्थ से जोड़कर देखने
जो लोग इस बात को नहीं मानते कि आप पानी फ्री में कैसे दे सकते है, ये तो सम्भव ही नहीं है
उनके लिए मेरा सवाल ये है
१- आप सरकारी स्कूल में फ्री में पुस्तक दे सकते है, ये सम्भव है !!!
२- आप अपने वोट बैंक के लिए फ्री में लैपटॉप दे सकते है, ये सम्भव है !!!
३- सरकारी अस्पताल में दवा फ्री दे सकते है, ये सम्भव है!!!
४- सरकारी स्कूल में दोपहर का भोजन फ्री दे सकते है, ये सम्भव है !!!!
तो फिर दिल्ली कि जनता को हर रोज थोड़ा पानी फ्री देना सम्भव नहीं है ?????
क्या लैपटॉप पानी से भी ज्यादा आवशयक हो गया ???
क्या दोपहर का भोजन जिसे खाकर कितने ही बच्चे बीमार हो गए, कितने ही बच्चे मर गये, और ऐसी खबरो को पूरे विश्व के मीडिया ने covrage दिया और सारी दुनिया को हम पर हॅसने को मौक़ा दिया, ये ज्यादा आवश्यक है???
या पानी जिसके लिए दिल्ली वासी रोज टेंकर माफियों को पैसा देते है वो ज्यादा जरुरी है ????
जब ये सब हो सकता है तो पानी फ्री में क्यों नहीं दिया जा सकता???
भारत ने तरक्की कर ली, भारत ने तरक्की कर ली, सुनते सुनते कान पाक गये, क्या ख़ाक तरक्की कर ली? जब उसी भारत कि राजधानी के लोग सुबह बाल्टी हाथ में लटकाकर सड़क पर पानी के लिए झगड़ते रहते है और कुछ विदेशी उनकी क्लिप बनाकर इंटरनेट पर अपलोड कर देता है तो कहाँ है भारत कि तरक्की ??
किसी छोटे से गाँव कि ये बात हो तो कुछ हद तक स्वीकार कर सकता हूँ, और भी क्यों स्वीकार करूँ, आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी यदि हमारी सरकार हमें साफ पानी नहीं दे सकती तो कहाँ है तरक्की ??
तरक्की लैपटॉप फ्री में देने या केवल फ्लाईओवर बनवाने से नहीं होती, सच्ची तरक्की तब होती है जब हर भारतवासी को पिने का पानी, खाने को अनाज और बिजली मिल जायेगी |
तो साथियों इन लोगों के बहकावे में आकर मत मान लेना कि, पानी फ्री में कैसे दे सकते है ये तो सम्भव ही नहीं है?
सब सम्भव है, बस मन में सच्ची लगन होनी चाहिए, और मुझे ये सच्ची लगन भारत के सच्चे हीरो अरविन्द केजरीवाल कि आँखों में नजर आ रही है|
तो साथियों अपने जज्बातो, अपने सपनो को वोट में बदल कर आम आदमी पार्टी को दिल्ली में पूर्ण बहुमत से विधानसभा में पहुचाये और फिर देखे स्वराज एक सच्ची झलक जिसका सपना बापू ने देखा था |
सपनों को हकीकत में बदलने का समय है साथियों, अपना वोट आम आदमी पार्टी (AAP) को देकर देश को भ्रष्टाचार (Curruption) से मुक्त बनाने में अपना सहयोग दे |
This is not to read only for technical issue:
TAG: AAP, aam adami party, Delhi election, BJP, Congres, Arvind kejrivaal, Kuamr vishavash, free water in delhi, currption free delhi, AAP manifesto for delhi election
How AAP (Aam Adami Party) will give water free in Delhi, is it impossible?
बहुत दिनों से सभी विदवानो, विचारको और ख़ास तौर से भाजपा और कांग्रेस वालो के ये बयान आ रहे है अरविन्द केजरीवाल (Arvind Kejrival) और आम आदमी पार्टी (AAP) ऐसा घोसणा पत्र (Ghoshanaa patr, AAP Manifesto) बनाया है जो कि पूरा करना सम्भव ही नहीं है!!!
मैं जो ये टीवी पर बहस करते है या जो ये भाजपा और कांग्रेस वाले है उन जितना ज्ञानी तो नहीं हूँ पर फिर भी मैंने भी थोडा इस विषय पर सोचना शुरू किया, क्या वास्तव में अरविन्द केजरीवाल ने ऐसी कोई घोषणा कर दी पूरी करना सम्भव नहीं है?
तो सबसे पहले तो मैंने देखा कि वो कोई घोषणा पत्र नहीं है, वो है संकल्प पत्र, उन्होंने कोई घोषणा नहीं कि है, उन्होंने संकल्प लिया है | और जैसे ही मैंने पढ़ा कि ये संकल्प पत्र है तो मेरे मस्तिष्क में कुछ पंक्तिया गूंजने लगी, जो मैं सदा गुनगुनाता रहता हूँ |
"कुछ भी नहीं असम्भव होता, जब संकल्प लिए जाते है |
संकल्पो को जब साहस के सुदृढ़ चरण दिए जाते है |
बाधाओं कि क्या विसात जब रुख तूफान बदल सकते है "
तो लगा कि हाँ यार सम्भव तो हो सकता है, जब किसी ने इतनी सुन्दर पंक्तियाँ लिखी है तो जरुर इनमे कोई तो बात होगी |
ये तो हुयी भावनाओं कि बाते फिर मैं चला इस को यथार्थ से जोड़कर देखने
जो लोग इस बात को नहीं मानते कि आप पानी फ्री में कैसे दे सकते है, ये तो सम्भव ही नहीं है
उनके लिए मेरा सवाल ये है
१- आप सरकारी स्कूल में फ्री में पुस्तक दे सकते है, ये सम्भव है !!!
२- आप अपने वोट बैंक के लिए फ्री में लैपटॉप दे सकते है, ये सम्भव है !!!
३- सरकारी अस्पताल में दवा फ्री दे सकते है, ये सम्भव है!!!
४- सरकारी स्कूल में दोपहर का भोजन फ्री दे सकते है, ये सम्भव है !!!!
तो फिर दिल्ली कि जनता को हर रोज थोड़ा पानी फ्री देना सम्भव नहीं है ?????
क्या लैपटॉप पानी से भी ज्यादा आवशयक हो गया ???
क्या दोपहर का भोजन जिसे खाकर कितने ही बच्चे बीमार हो गए, कितने ही बच्चे मर गये, और ऐसी खबरो को पूरे विश्व के मीडिया ने covrage दिया और सारी दुनिया को हम पर हॅसने को मौक़ा दिया, ये ज्यादा आवश्यक है???
या पानी जिसके लिए दिल्ली वासी रोज टेंकर माफियों को पैसा देते है वो ज्यादा जरुरी है ????
जब ये सब हो सकता है तो पानी फ्री में क्यों नहीं दिया जा सकता???
भारत ने तरक्की कर ली, भारत ने तरक्की कर ली, सुनते सुनते कान पाक गये, क्या ख़ाक तरक्की कर ली? जब उसी भारत कि राजधानी के लोग सुबह बाल्टी हाथ में लटकाकर सड़क पर पानी के लिए झगड़ते रहते है और कुछ विदेशी उनकी क्लिप बनाकर इंटरनेट पर अपलोड कर देता है तो कहाँ है भारत कि तरक्की ??
किसी छोटे से गाँव कि ये बात हो तो कुछ हद तक स्वीकार कर सकता हूँ, और भी क्यों स्वीकार करूँ, आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी यदि हमारी सरकार हमें साफ पानी नहीं दे सकती तो कहाँ है तरक्की ??
तरक्की लैपटॉप फ्री में देने या केवल फ्लाईओवर बनवाने से नहीं होती, सच्ची तरक्की तब होती है जब हर भारतवासी को पिने का पानी, खाने को अनाज और बिजली मिल जायेगी |
तो साथियों इन लोगों के बहकावे में आकर मत मान लेना कि, पानी फ्री में कैसे दे सकते है ये तो सम्भव ही नहीं है?
सब सम्भव है, बस मन में सच्ची लगन होनी चाहिए, और मुझे ये सच्ची लगन भारत के सच्चे हीरो अरविन्द केजरीवाल कि आँखों में नजर आ रही है|
तो साथियों अपने जज्बातो, अपने सपनो को वोट में बदल कर आम आदमी पार्टी को दिल्ली में पूर्ण बहुमत से विधानसभा में पहुचाये और फिर देखे स्वराज एक सच्ची झलक जिसका सपना बापू ने देखा था |
सपनों को हकीकत में बदलने का समय है साथियों, अपना वोट आम आदमी पार्टी (AAP) को देकर देश को भ्रष्टाचार (Curruption) से मुक्त बनाने में अपना सहयोग दे |
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Friday, November 22, 2013
मीडिया सरकार और आम आदमी पार्टी
कल से सभी समाचार चैनल पर चल रहा आम आदमी पार्टी में भ्रस्टाचार, आम आदमी पार्टी में भ्रस्टाचार, आम आदमी पार्टी में भ्रस्टाचार सब कुछ देखा मैं भी रहा हूँ और इसे देखने के बाद मन में कई सवाल पैदा हुए
१- मेडिया सरकार क्या है? और कितने वर्षो से यह कार्य कर रही है ?
२- इसके अलावा और कितने महत्वपूर्ण घोटाले, या किसी का न्याय दिलाना आदि आदि कब और क्या क्या किया ?
तो मेरे इन्ही सवालो के जवाब के लिए थोडा इंटरनेट पर जानकारी जुटाने लगा, और इससे जो जानकारी मैं जुटा पाया उससे जो कुछ मेरी समझ में आया उससे मुझे तो इस पुरे स्टिंग ऑपरेशन पर शक पैदा हो रहा है, हो सकता है मैं गलत हूँ, हो सकता है मेरी सोच बहुत ज्यादा आगे नहीं जा रही लेकिन जो मन में सवाल आ रहे है वाही आप सबके सामने रख रहा हूँ,
तो मैं जो खोज मेडिया सरकार कब से अस्तित्व में है?
सामने आया १५ जनवरी २०१० में ये वेब साइट शुरू हुयी |
और आज तक इसने कोई ऐसा महत्वपूर्ण कार्य नही किया |
तो मुझे स्थिति थोड़ी साफ नजर आ रही है, कि सबसे पहले तो यह साइट शुरू ही तब हुयी थी जब जनलोकपाल कि आवाज उठनी लगी थी !
फिर तब से लेकर आज तक तो बहुत से कार्य, घोटाले, आदि हुए है, फिर क्यों इस साइट ने केवल आम आदमी पार्टी को ही टारगेट बनाया ?
यहाँ ऐसा लगता है कि एक साधारण व्यक्ति भी समझ जायेगा कि इस साइट का निर्माण ही शायद इसी कार्य के लिए किया गया था ?
इसका गठन ही अन्य पार्टियो ने अपने एक हथियार के रूप में किया है और जिसका इस्तेमाल ठीक आज कर रही है जब दिल्ली के इतिहास बदलने में केवल १३ दिन रह गए है !
और फिर यदि आम आदमी पार्टी मेडिया सरकार से कह रही है कि हमें पूरी रिकॉर्डिंग दिखाओ ताकि हम भी न्याय कर सके, आप जिन पर आरोप लगा रहे है यदि वो वास्तव में आरोपी है तो उन्हें सजा दी जा सके, लेकिन मेडिया सरकार यह नहीं चाहता है| मीडिया सरकार को सजा से मतलब ही नहीं है, वो नहीं चाहती कि आम आदमी पार्टी दुनिया को दिखा सके वे गलत बात को कभी बर्दास्त नहीं करेगे ।
मैं आप से ही पूछता हूँ कि यदि कोई आपको कहे कि मेरे पास वीडियो है आपने कुछ चुराया है हम उस वीडियो में देख रहे है कि अपने वो चीज उठायी है, तो भाई आप उसे मान लेंगे क्या? आप नहीं कहेंगे कि मुझे पूरा दिखाओ कि मैंने वो चीज उठायी और बाद में क्या किया?
बाते बहुत है, तर्क बहुत है जिससे यह साबित हो जाता है कि यह सारा स्टिंग ऑपरेशन केवल और केवल एक सड़यंत्र है और कुछ नहीं है, और इससे नुकसान आम आदमी को हो रहा है, यदि दिल्ली कि जनता ऐसे बातो से बहक जाती है तो ये नुकसान पूरी दिल्ली का है । पहली बार ये मौक़ा मिला है परिवर्तन का इसे हाथ से जाने ना दे !
वंदे मातरम, जय हिन्द
भारत माता से दूर बैठा एक भारत माँ का बेटा
या यो कहे सोनिया गांधी के देश इटली में बैठा एक भारत माँ का बेटा जो बड़ी बेसब्री से भारत में परिवर्त्तन को हकीकत में बदलने देखना चाहता है
Thursday, November 7, 2013
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