Saturday, December 7, 2013

Sanjay Dutt on Parol is it correct?

संजय दत्त को पेरोल मिली और एक बार फिर से वो जैल से बाहर है, मुझे इसमे कोई परेशानी नहीं कि संजय दत्त को पेरोल क्यों मिली, मैं तो केवल ये जानना चाहता हूँ कि क्या ऐसे एक आम कैदी, एक गरीब कैदी, या जिसकी कही कोई पहुँच नहीं हो उसे भी ये सरकारे पेरोल दे देती है?
आखिर ऐसा क्या है हमारे न्यायपालिका में कि आसानी से ये नजर आ जाता है कि हमारे देश में गरीब और अमीर के लिए अलग अलग कानून बनना हुआ है l क्यों ऐसा होता है, मैं जब जब ये विशवास करना चाहता हूँ कि नहीं मेरे देश में सबके लिए समान कानून है, सबके लिए समान अधिकार है तब तब ऐसा कुछ सामने आ जाता है जिससे मेरा ये विशवास एक बार फिर कमजोर पड़ जाता है l आखिर सच्चाई विशवास को जीत ही लेती है l  
फिर ख़ास तौर से यदि संजय दत्त का मामला ही लिया जाए तो ऐसा लगता ही नहीं कि उन्हें सजा भी हुयी है, एक कलाकार के रूप में मुझे संजय दत्त बहुत पसंद है, मैं जो सब कुछ लिख रहा हूँ वो इसलिए नहीं लिख रहा कि मुझे संजय दत्त पसंद नहीं है, उनकी फिल्मे मुझे बहुत अच्छी लगाती है और आज भी उनकी फिल्मे देखता हूँ, तो ये स्पष्ट कर दूं कि मेरा कोई उद्देश्य उन्हें ठेस पहुचाना  नहीं है l मैं तो केवल उन लोगो से जिन्होंने संजय दत्त के लिए ये स्पेसल पेरोल कि व्यवस्था कि है उनसे पूछना चाहता हूँ कि क्या एक गरीब को भी ऐसे ही पेरोल मिल जाती है, जब उसकी माँ बीमार होती है?
अब संजय दत्त को कितने साल कि सजा मिली है? और अब तक कितनी बार पेरोल पर बाहर आ चुके? आपको नहीं लगता कि वो कोई सजा नहीं काट रहे बल्कि अपनी मर्जी से जब चाहे जैल में चले जाते है और जब उनकी इच्छा होती है तब जैल से बाहर आ जाते है, कहीं ऐसा तो नहीं कि जेल में वे शूटिंग करने जाते है अपनी किसी फ़िल्म के लिए?
क्या हमारी न्यायपालिका वास्तव में उन्हें सजा दे रही है या खुद अपने ही ऊपर प्रश्न चिन्ह लगा रही है? क्या हमारी न्यायपालिका संजय दत्त को जेल में भेजकर न्यायपालिका पर लोगो का विशवास अर्जित कर रही है या फिर उन्हें पेरोल पर बार बार बाहर भेजकर ये सिद्ध करना चाहती है कि हमारे यहाँ गरीब और अमीर, कमजोर और ताकतवर, आम आदमी और पहुँच वाले आदमी ये दो तरह कि व्यवस्था है और दोनों के लिए अलग अलग कानून है?
मन में विचार थे, बाहर जाकर चिल्लाऊंगा तो लोग पागल समझकर आगरा भेज देंगे तो अपने मन में जो चल रहा था वो आप लोगो के साथ सांझा कर लिया l
बहुत बहुत धन्यवाद आपने अपना समय निकालकर मेरे इस पोस्ट को पढ़ा, अपने विचार निचे कमेंट में शेयर कर सकते है, आपके सुझावो और विचारो का सदैव स्वागत है l

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